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Sufinama
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अ’ब्दुल ग़फ़ूर नस्साख़

1833 - 1889 | वेस्ट बंगाल, भारत

क्लासिकी शैली और पैटर्न के प्रतिष्ठित शायर,अपनी किताब "सुख़न-ए-शोरा" के लिए मशहूर

क्लासिकी शैली और पैटर्न के प्रतिष्ठित शायर,अपनी किताब "सुख़न-ए-शोरा" के लिए मशहूर

अ’ब्दुल ग़फ़ूर नस्साख़ की ग़ज़लें

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

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