अब्दुल्लाह बेदिल के अशआर
फ़ातिहा पढ़ने में देखो पास रुस्वाई रहे
आँख से आँसू न टपके मेरी तुर्बत देख कर
-
टैग : आँसू
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
वो आँख क्या है जिस को तिरी जुस्तुजू न हो
वो दिल ही क्या है जिस में तिरी आरज़ू न हो
-
टैग : आँख
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere