Font by Mehr Nastaliq Web
noImage

आनंद घन

1623 - 1688

आनंद घन का परिचय

प्रसिद्ध आध्याव्यवादी जैन कवि। काव्य का विषय आत्मानंद है। हिंदी, मारवाड़ी, गूजरी में 108 पद लिखे हैं और एक चौबीसी भी लिखी है। इनके पद भिन्न-भिन्न राग-रागनियों में आबद्ध है।

संबंधित टैग

Recitation

बोलिए