Font by Mehr Nastaliq Web
Fariduddin Attar's Photo'

फ़रीदुद्दीन अत्तार

1145 - 1220/21 | निशापुर, ईरान

नीशापूर के अ’ज़ीम शाइ’र, मुसन्निफ़ और अदवियात के माहिर

नीशापूर के अ’ज़ीम शाइ’र, मुसन्निफ़ और अदवियात के माहिर

फ़रीदुद्दीन अत्तार का परिचय

उपनाम : 'अत्तार'

मूल नाम : अबु हामिद बिन अबु बकर इब्राहीम

जन्म :निशापुर, खोरासान

निधन : खोरासान, ईरान

शैख़ फ़रीदुद्दीन अ’त्तार ईरान के शहर नेशापुर में 1145 ई’स्वी या 1146 ई’स्वी में पैदा हुए। उनका अस्ल नाम अबू हमीद इब्न-ए-अबू-बक्र इब्राहीम था मगर वो फ़रीदुद्दीन अ’त्तार के नाम से ही पहचाने गए। वो पेशे से हकीम थे। बा’ज़ का कहना है कि वो इत्रों का कार-ओ-बार करते थे। अ’त्तार एक फ़ारसी नज़ाद, मुसन्निफ़ और सूफ़ी बुज़ुर्ग थे। नेशापुर में शैख़ अ’त्तार का मतब काफ़ी मशहूर था। लोग उनके पास ज़ाहिरी और बातिनी दोनों अमराज़ के लिए आया करते थे। बग़दाद, बस्रा, दिमश्क़, तुर्किस्तान और ख़्वारिज़्म वग़ैरा तक उनकी शोहरत थी। अ’त्तार एक अल्लाह वाले और बुज़ुर्गों और सूफ़ियों से ख़ासी मोहब्बत का इज़्हार करने वाले इन्सान थे। उन्होंने इस सिलसिले में एक उ’म्दा किताब तज़्किरातुल-औलिया भी मुरत्तब की है। उनका इंतिक़ाल अप्रैल 1221 ई’स्वी में हुआ। मज़ार नेशापुर में मरजा’-ए-ख़लाइक़ है।

 


संबंधित टैग

Recitation

बोलिए