हसीर अ’ज़ीमाबादी का परिचय
सय्यद मुहम्मद क़ासिम रिज़वी नाम और हसीर तख़ल्लुस था। अ’ज़ीमाबाद के बाशिंदा और उर्दू के अच्छे शाइ’र-ओ-इंशा-परदाज़ थे। मुख़्तलिफ़ इ’ल्मी-ओ-अदबी रसाएल के मुदीर-ए-आ’ला भी रहे। एक अच्छे नक़्क़ाद भी थे। बुलंद पाया रिसालों में भी आपके मज़ामीन भी शाए’ होते थे। आपकी वफ़ात चालीस बरस से पहले ही 1962 ई’स्वी में हुई।