मुज़फ़्फ़र अली शाह का परिचय
सय्यद मुज़फ़्फ़र अ’ली शाह हज़रत सय्यद अमजद अ’ली शाह के फ़र्ज़न्द -ए-रशीद और शैख़ निज़ामुद्दीन हुसैन इब्न-ए-हज़रत शाह नियाज़ बरेलवी के ख़लीफ़ा थे। आपकी पैदाइश 21 जमादिउल-अव्वल 1228 हिज्री को आगरा में होई| इलाही तख़ल्लुस करते थे| ख़्वाजा मुई’नुद्दीन हसन चिश्ती और हज़रत अमीर अबुल-उ’ला से गहरी अ’क़ीदत थी| तमाम उ’म्र आगरा में तालिबान-ए-राह-ए-हक़ीक़त को ता’लीम-ओ-तलक़ीन फ़रमाकर 9 रबीउ’ल-अव्वल 1299 हिज्री में रिहलत फ़रमाई। मज़ार मदरसा पंजा, आगरा के सहन में वाक़े’ है। तसव्वुफ़ में एक ज़ख़ीम किताब जो तीन जिल्दों पर मुश्तमिल “जवाहर-ए-ग़ैबी” के उ’न्वान से आपके कमालात की बेहतरीन याद-गार है। उसे मत्बा’ नवल किशोर लखनऊ ने शाए’ किया है।