Font by Mehr Nastaliq Web
noImage

साई

1713

साई का परिचय

आदर्श और नैतिकता इनकी कविता की जान है। ये नैतिकता एवं आदर्श के मंच पर खड़ी सारे संसार को उपदेश देती प्रतीत होती है। इनका उपदेश समस्त मानव जाति के लिए है। साई प्रसिद्ध कवि गिरिधरराय की बीवी थी। इन्होंने ज्यादातर कुण्डलियाँ लिखी हैं। कहीं कहीं अपनी रचनाओं में उर्दू और फारसी शब्दों का भी प्रयोग किया है। 

संबंधित टैग

Recitation

बोलिए