इनका रचनाकाल संवत् 1790-1810। इनका कार्यकाल काशी था और इनका आश्रयदाता काशी नरेश बरिबंड सिंह। इनकी प्रमुख रचनाएं- काव्य कलाघर, रसिक मोहन, जगत मोहन, इश्क़नामा। अलंकारों के उदाहरण प्रायः पूरे पद में देने वाले कवि। पुत्र गोकुल नाथ पौत्र गोपीनाथ और शिष्य मणिदेव ने महाभारत का भाषानुवाद किया।