तसद्दुक़ अ’ली असद के अशआर
ख़ुद अदा मरती है जिस पर वो अदा कुछ और है
है वफ़ा भी जिस पे सदक़े वो जफ़ा कुछ और है
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टैग : अदा
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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere