संपूर्ण
शे'र1
शे'र1
परिचय
दोहा28
दोहा28
कवित्त1
कवित्त1
फ़ारसी सूफ़ी काव्य1
फ़ारसी सूफ़ी काव्य1
रेख़्ता4
रेख़्ता4
ना'त-ओ-मनक़बत2
ना'त-ओ-मनक़बत2
होली4
होली4
बरकतुल्लाह पेमी की होली
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere