संपूर्ण
ग़ज़ल16
शे'र33
ई-पुस्तक2
परिचय
कलाम6
फ़ारसी कलाम1
फ़ारसी सूफ़ी काव्य1
रूबाई2
ना'त-ओ-मनक़बत16
क़िता'1
चादर1
सेहरा1
सलाम1
अकबर वारसी मेरठी का फ़ारसी सूफ़ी काव्य
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere