संपूर्ण
ग़ज़ल6
ग़ज़ल6
शे'र1
शे'र1
परिचय
फ़ारसी कलाम58
फ़ारसी कलाम58
फ़ारसी सूफ़ी काव्य5
फ़ारसी सूफ़ी काव्य5
रूबाई1
रूबाई1
बैत3
बैत3
ना'त-ओ-मनक़बत1
ना'त-ओ-मनक़बत1
क़िता'1
क़िता'1
मुख़म्मस2
मुख़म्मस2
फ़र्द फुलवारवी की ग़ज़लें
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere