गुलाब राय महाराज का परिचय
विदर्भ प्रांत के ये संत अंधे होते हुए भी प्रकांड विद्वान और मधुराद्वैत दार्शनिक थे। कहते हैं कि इन्हें स्वप्न में संत ज्ञानेश्वर ने दीक्षा दी थी। इनके बनाये ग्रंथों में- संप्रदाय मुश्तरु, भागवत रहस्य, व्यवहार धर्मबोध, सूक्ति रत्नावली, पदाची गाथा आदि प्रसिद्ध है। संवत् 1802 में विदर्भ जिले के माधान गाँव में इनका जन्म हुआ था।