संपूर्ण
ई-पुस्तक26
वीडियो7
परिचय
कलाम1
पद98
दोहा4
चौपाई8
शबद7
ब्लॉग3
राग आधारित पद6
साखी138
होरी1
सोरठा3
झूलना1
भजन1
सूफ़ी उद्धरण6
कृष्ण भक्ति संत काव्य2
कबीर के दोहे
जन्तर तंत्र सब झूठ है मत भरमो जग कोय
सत्त सबद जाने बिना कौवा हंस न होय
- अपने फ़ेवरेट में शामिल कीजिए
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
आदि अछर ही अगम है ता को सब बिस्तार
सत-गुरु दया तें पाइए सत्तनाम निज सार
- अपने फ़ेवरेट में शामिल कीजिए
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
तन की आस सब छूटई मन का करै बिचार
मन चीन्हे बिन थित नहीं सत-गुरु कहैँ पुकार
- अपने फ़ेवरेट में शामिल कीजिए
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
तिमिर मलिन तें ना टरे सूर उदय नहिं होय
सत्त सबद जो जानई करम भरम सब खोय
- अपने फ़ेवरेट में शामिल कीजिए
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere