ख़ूब मुहम्मद चिश्ती का परिचय
अहमदाबाद के रहने वाले थे। 'ख़ूब' उपनाम से कविता करते थे। आलिम दरवेश और पहुंचे हुए सूफ़ी थे। फ़ारसी और अरबी के जानकार होने क साथ-साथ ज्योतिष, आयुर्वेद, दर्शन, संगीत, काव्य और छंदशास्त्र में भी निपुण है।
ख़ूब मुहम्मद ने फ़ारसी तथा गूजरी में अनेक ग्रंथ रचे हैं। इनकी प्रसिद्ध कृतियाँ हैं- सिरात-ए- मुस्तकीम, हिफ़्ज मरातीब, शराब-ए-जाम, अकीदा-ए- सूफिया, खुलासा-ए-माजूदात, मिफ़्ताहुतद तौहीद, सुलह-कुल, ख़ूबतरंग, छंदछंदा एवं भावभेद।
इनका मज़ार कारंज पुलिस स्टेशन के सामने मस्जिद फ़हतुल मुलक के सहन में हैं।