मंज़र सिद्दीक़ी का परिचय
मंज़र सिद्दीक़ी का अस्ल नाम नूर मुहम्मद और मंज़र तख़ल्लुस था। मंज़र सिद्दीक़ी इब्न-ए-मुग़ल जान सिद्दीक़ी 1917 ई’स्वी को शहर-ए- अ’ज़ीमाबाद में पैदा हुए। शाइ’री का शौक़ अठारह साल की उ’म्र से हुआ। चंद साल तक किसी से इस्लाह लिए बग़ैर अश्आ’र कहते और पढ़ते रहे। फिर जलाल लखनवी के शागिर्द असग़र कलकत्तवी से अपने कलाम पर इस्लाह लिया। 1944 ई’स्वी में रेलवे मुलाज़िम हुए। 22 अगस्त 1947 ई’स्वी को पाबतीपुर बंगलादेश और 1952 ई’स्वी में खुलना में आपका तबादला हुआ और आख़िरी अय्याम वहीं गुज़रे।1 मुहर्रमुल-हराम 1381 हिज्री मुवाफ़िक़ 15 सितंबर 1961 ई’स्वी को जुमे’रात के रोज़ वफ़ात पाई।