प्रेमाख्यानों की परंपरा में आप अंतिम महत्वपूर्ण कवि हैं। आप अपनी ससुराल फूलपुर जिला आज़मगढ़ में रहते थे और सन् 1770 ई. तक वर्तमान थे। फ़ारसी में आप 'कामयाब' नाम से रचनाएँ करते थे। इनकी रचनाएँ हैं- अनुराग बाँसुरी और इंद्रावती । इन्द्रावती प्रकाशित हो चुकी है। दोनों की भाषा अवधी है और विषय सूफ़ी सिद्धान्तों पर आधारित प्रेम कथाएँ हैं।