Sufinama
noImage

नुसरती

1657

नुसरती का परिचय

औरंगजेब की दकन विजय के समय मौजूद थे। अपने अलीनामा में मुगलों के साथ युद्ध का भी वर्णन किया है। नुसरती जहाँ 'मनोहर-मधुमालती' के वृत्तांत को 'गुलशन-ए-इश्क़' के नाम से लिखकर श्रृंगारी तथा नौ कसीदे उसे वीर रस के कवि सिद्ध करते हैं। उसका परिवार दक्षिण के महान सन्त ख्वाजा बंदानवाज़ गेसूदराज़ का अनुयायी था। नुसरती दकिनी हिंदी का महान कवि है। 

संबंधित टैग

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi

GET YOUR PASS
बोलिए