साएब तब्रेज़ी का परिचय
मिर्ज़ा मुहम्मद अ’ली साइब को साइब तबरेज़ी और साइब इस्फ़हानी के नाम से भी जाना जाता है साइब तबरेज़ी 1592 ई’स्वी में तबरेज़ में पैदा हुए और 1676 ई’स्वी को इस्फ़िहान में वफ़ात पाई। साइब की पेशावराना ज़बान आज़रबाईजानी थी। वो ईरान के मुसन्निफ़ और शाइ’र-ए-मश्शाक़ गुज़रे हैं। फ़ारसी ज़बान में उन्होंने सब्क-ए-हिन्दी में बहुत आ’ला शाइ’री की है। साइब ने हुसूल-ए-ता’लीम के लिए इस्फ़िहान का रुख़ किया। 1626 ई’स्वी में हिन्दुस्तान का भी सफ़र किया और मुग़लिया सल्तनत के बादशाह शाह जहाँ के दरबार में रसाई हासिल की। उस के बा’द काबुल-ओ-कश्मीर के सफ़र किए और बिल-आख़िर इस्फ़िहान वापस पहुँचे। बादशाह शाह अ’ब्बास ने साइब तबरेज़ी को मलिकुश्शोअ’रा का ख़िताब भी अ’ता किया था।