Font by Mehr Nastaliq Web
Shah Nizamuddin Aurangabadi's Photo'

शाह निज़ामुद्दीन औरंगाबादी

औरंगाबाद, भारत

शाह निज़ामुद्दीन औरंगाबादी के सूफ़ी उद्धरण

मैंने जो फ़ायदा ज़िक्र-ए-जहर (जोर से ज़िक्र) में देखा, वो किसी और चीज़ में नहीं।

जब पीर मुरीद को टोपी दे, तो मुरीद को उसकी क़द्र करनी चाहिए।

ज़िक्र करते वक़्त साँसों का ध्यान रखना चाहिए, ताकि दिल में ग़ैर का ख़्याल आए।

ख़ाली पेट ज़िक्र करना बेहतर है, ख़ास तौर पर नए साधक के लिए।

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

Recitation

बोलिए