शहरयार मिर्ज़ा का परिचय
जहाँगीर के बेटे थे और संवत् 1674 में किसी लड़ाई के दौरान मारे गये। इनका कविता काल लगभग संवत् 1662 के आस-पास का है। इनका केवल एक कवित्त मिलता है।
Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi
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