शेख़ हमीदुद्दीन नागौरी, ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती के खलीफा थे। नागौर में स्थित सवाली गाँव में इनकी एक बीघा जमीन थी जिस पर वह स्वयं खेती करते थे। इनकी पत्नी सूत कातकर कपड़े बुनती थी। इनका विसाल 1274 ई. में हुआ और इन्हें नागौर में दफनाया गया। इनका मकबरा ख्वाजा हुसैन नागौरी ने तामीर करवाया। सुल्तान मुहम्मद बिन तुगलक ने मकबरे के चारों ओर सन् 1332 में दीवार बनवायी।