Font by Mehr Nastaliq Web
noImage

सय्यद मोहम्मद ताजुद्दीन

1861 - 1925 | नागपुर, भारत

सय्यद मोहम्मद ताजुद्दीन के सूफ़ी उद्धरण

रूहानी रास्ते पर कामयाब होने के लिए एक सच्चे गुरु की ज़रूरत होती है।

मेहनत कर के खाओ और ख़ुदा का नाम लेते रहो।

जिस ने ख़ुद को जाना, उस ने ही अपने रब को जाना।

फ़क़ीरी का रास्ता, हलाल और मेहनत की कमाई पर बहुत ज़ोर देता है।

इंसान को बाहरी नुक़सान से ज़्यादा असर नहीं पड़ता, उस की सबसे बड़ी दौलत दिल का सुकून और शांति है।

मन भटक रहा है। किस के कहने से सो रहा है? यह ज़िंदगी कुछ दिनों की है और तू अपने दिमाग़ को सुस्त करके सो रहा है? सोच-समझ कर काम ले और ज़िंदगी का मक़सद समझने की कोशिश कर।

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

Recitation

बोलिए