वफ़ा वारसी का परिचय
वफ़ा ‘वारसी’ का तअ’ल्लुक़ शहर-ए-अजमेर शरीफ़ से था। ’वफ़ा’ एक अच्छे क़लम-कार के अ’लावा बेहतरीन शाइ’र भी थे। ग़ज़लों के अ’लावा उन्होंने ना’त-ए- पाक भी कही हैं। 1932 ई’स्वी के आस-पास ‘वफ़ा’ वारसी ने ख़ूब लिखा। मुल्क के मुवक़्क़र रिसालों में उनका कलाम भी शाए’ हुआ|