आ’सी गयावी का परिचय
मुख़्तार अहमद नाम और आ’सी तख़ल्लुस था। वालिद का नाम मुहम्मद अ’ब्बास था। आपकी पैदाइश 2 फरवरी 1938 ई’स्वी को दानापुर कैन्ट ज़िला पटना में हुई। मैट्रिक पास करने के बा’द जे. एन कॉलेज में दाख़ला लिया लेकिन कुछ मज्बूरियों के तहत ता’लीम को छोड़ना पड़ा। उसके बा’द महकमा-ए-बिहार स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट में नौकरी कर ली। फिर अस्सिटैंट ट्राफिक इन्सपेक्टर के ओ’हदे पर फ़ाइज़ हुए। दौरान-ए-ता’लीम बच्चों के लिए कहानियाँ लिखने का शौक़ रहा लेकिन बा’द में शाइ’री की तरफ़ माएल हुए। इस सिलसिले में सरीर काबरी मीनाई और साएम सय्यिदैनपुरी से अपने कलाम पर इस्लाह लेते रहे। उस्तादों की शफ़क़त और तवज्जोह से आप शाइ’री की बारीकियों से अच्छी तरह वाक़िफ़ हो गए। आ’सी ने नज़्म, ग़ज़ल और क़ित्आ’त कहे हैं: आ’सी दानापुरी कुछ बरस के बा’द दानापुर से गया कूच कर गए और फिर वहीं पूरी ज़िंदगी गुज़ारी। उन्होंने चंद किताबें भी लिखीं जो काफ़ी मशहूर हुईं|