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फ़ज़ीहत शाह वारसी

- 1912 | गया, भारत

हाजी वारिस अ’ली शाह के मुरीद

हाजी वारिस अ’ली शाह के मुरीद

फ़ज़ीहत शाह वारसी का परिचय

उपनाम : ''फ़ज़ीहत''

मूल नाम : ज़ुहूर अली

जन्म :गया, बिहार

निधन : बिहार, भारत

फ़ज़ीहत शाह वारसी का ख़ानदानी नाम ज़ुहूर अ’ली और तख़ल्लुस फ़ज़ीहत था। उनके वालिद का नाम दीवान नूर अ’ली था। मौज़ा' बाज़ीदपुर ज़िला' गया आपका आबाई वतन था। आपका ख़ानदान बेटी की तरफ़ से महमूद शाह बाज़ीदपुरी से तअ’ल्लुक़ रखता था। फ़ज़ीहत वारसी की बैअ’त हाजी वारिस अ’ली शाह से थी। बैअ’त हासिल करने के बा’द आप फ़क़ीरी की तरफ़ माएल हो गए। वारिस-ए-पाक की तरफ़ निस्बत की वजह से फ़ज़ीहत शाह अपने नाम के साथ वारसी भी लिखने लगे। आप एहराम-पोश भी हुए। फ़ज़ीहत शाह वारसी का विसाल 1912 ई’स्वी में हुआ। बाज़ीदपुर ज़िला' गया में ही आप दफ़्न हुए। हर साल 28 ज़िल-हिज्जा को आपका उ’र्स होता है। आपके तीन लड़के सय्यद अबुल-हसन, सय्यद अ’ली करीम और सय्यद मेहदी हसन थे। आपका कलाम मेजर सय्यद आफ़्ताब हसन साहिब ऐम.ऐस.ए के पास क़लमी नुस्ख़ा की सूरत में मौजूद है।


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