हसन अ’ज़ीमाबादी का परिचय
सय्यद हसन नाम और हसन तख़ल्लुस था। उनकी पैदाइश 13 दिसंबर 1913 ई’स्वी को अ’ज़ीमाबाद पटना में हुई। आपके वालिद नवाब सय्यद नसीर हुसैन ख़ाँ अ’ज़ीमाबाद के एक मुअ’ज़्ज़ज़ ख़ानदान से तअ’ल्लुक़ रखते थे। इब्तिदाई ता’लीम घर पर हासिल की और अंग्रेज़ी उ’लूम के लिए महमडन स्कूल, पटना में दाख़िल हुए जहाँ से इंटरेंस पास किया। आई.ए.से फ़राग़त के बा’द 1937 ई’स्वी में पटना यूनीवर्सिटी से इम्तियाज़ी नंबर के साथ बी.ए किया। फिर उसी यूनीवर्सिटी से 1940 ई’स्वी में उर्दू से और 1943 ई’स्वी में फ़ारसी से ऐम.ए. किया और दोनों में अव्वल आए। इस सिलसिले में ऐ’ज़ाज़-ओ-इक्राम भी हासिल किए। उस के बा’द हैदराबाद और फिर चटगाम के कॉलेज में तदरीस के फ़राइज़ अंजाम देते रहे। हसन अ’ज़ीमाबादी ने मौलवी अ’ब्दुल हक़ की क़ायम कर्दा तरक़्क़ी उर्दू की शाख़ चाटगाम में 1956 ई’स्वी से 1960 ईस्वी तक ख़िद्मात अंजाम दी। उनकी निगारिशात बेश्तर रिसालों में छपा करती थीं और अदबी तबक़ों में पसंद की जाती थीं।