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Mahirul Qadri's Photo'

माहिरुल क़ादरी

1906 - 1978 | कराची, पाकिस्तान

मैगज़ीन फ़ारान के मुदीर-ए-आ’ला और पाकिस्तान की मशहूर इ’ल्मी-ओ-अदबी शख़्सियत

मैगज़ीन फ़ारान के मुदीर-ए-आ’ला और पाकिस्तान की मशहूर इ’ल्मी-ओ-अदबी शख़्सियत

माहिरुल क़ादरी के अशआर

लेके दिल में मोहब्बत की पाकीज़गी घर से निकले थे दैर-ओ-हरम के लिए

हम जुनूँ में जाने कहाँ गए माह-ओ-अंजुम ने बोसे क़दम के लिए

कितने कम-ज़र्फ़ दुनिया में वो लोग हैं इक ज़रा ग़म मिला आँख नम हो गई

ग़म भी अल्लाह की इक बड़ी देन है हौसला चाहिए ज़ब्त-ए-ग़म के लिए

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

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