Font by Mehr Nastaliq Web
Mian Mir Qadri's Photo'

मियाँ मीर क़ादरी

1550 - 1635 | लाहौर, पाकिस्तान

मियाँ मीर क़ादरी

सूफ़ी उद्धरण 26

सच्चा सूफ़ी वह है, जिस की निगाह में पत्थर और नगीने एक हों।

  • शेयर कीजिए

सूफ़ियों की मौत नफ़्स की मौत है। जब नफ़्स मरता है, तब वे हमेशा के लिए ज़िंदा हो जाते हैं।

  • शेयर कीजिए

सूफ़ी जब कामिल हो जाता है और उस का दिल हर ख़तरे से पाक हो जाता है, तो उसे किसी चीज़ से नुक़सान नहीं पहुँच सकता।

  • शेयर कीजिए

सूफ़ी जब वज्द में होता है, तो अपनी हस्ती से ख़ाली होता है और ख़ुदा उस में बाक़ी रहता है।

  • शेयर कीजिए

हक़ की तलब आसान नहीं। जब तक तुम हक़ की तलाश में अकेले नहीं हो जाते, तब तक उसे नहीं पा सकते।

  • शेयर कीजिए

संबंधित सुफ़ी शायर

Recitation

बोलिए