मुस्तफ़ा ख़ान यकरंग का परिचय
गुलाम मुस्तफा कुली खाँ का उपनाम 'यकरंग' था। ये दिल्ली के निवासी थे। इनके जन्म तथा मृत्यु की तिथि तो नहीं मिलती पर एक उल्लेख मिलता है कि पहले ये अपनी कविता में शाह मुबारक 'आबरु' में इस्लाह लेते थे लेकिन वृद्धावस्था में मिर्ज़ा मज़हर जान-ए-जाना को अपनी कविताएँ दिखलाया करते थें। वस्तुतः उर्दू के कवि थे। हिंदी में भी रचनाएँ मिलती है।