शाह अली जीव गामधनी का परिचय
शाही अली जीव 'गामघनी' महान सूफ़ी संत कबीर अहमद रिफ़ाई के वंशज और प्रसिद्ध सूफ़ी संत कुत्बे आलम शाह इब्राहीम बिन शाह उमर अल हुसैनी अल अहमदी के बेटे हैं। अहमदाबाद में रायगढ़ में उनका मज़ार है। शाह अली जीव का अपने गाँव में बड़ा प्रभाव था, इसलिए वे गामघनी (गाँव के मालिक) कहे जाते थे।
इनकी रचनाओं का संग्रह 'जवाहिर-ए-असरारूल्लाह' के नाम से मशहूर है। गामघनी के काव्य में एकेश्वरवाद और अद्वैतवाद का समन्वय है। कई सुंदर उक्तियों द्वारा ईश्वर, जीव और जगत पर प्रकाश डाला गया है। सूफ़ी होने के नाते तसव्वुफ़़ और प्रेम के प्रभाव से भी उनकी रचनाएं ओत-प्रोत है।