ज़मीर फुलवारवी का परिचय
सय्यद शाह मुहम्मद ज़मीरुल-हक़ इ’मादी मुजीबी ख़लफ़स्सिदक़ मौलाना सय्यद शाह हुसामुल-हक़ की पैदाइश 5 ज़ीक़ाअ’दा 1328 हिज्री को अपने वतन फुल्वारी शरीफ ज़िला' पटना में हुई। उर्दू, फ़ारसी, अ’रबी और दरसियात की तक्मील अपने चचाज़ाद भाई हज़रत मौलाना तमन्ना ’इमादी फुलवारवी से की। अंग्रेज़ी ता’लीम के लिए कल्कत्ता गए वहाँ रह कर इंटर मीडियट पास किया। ज़रूरियात-ए-ज़िंदगी को पूरा करने के लिए कस्टम में नौकरी कर ली। तक्सीम-ए-हिंद के बा’द ढाका चले गए। ज़मीर फुल्वारवी को बचपन ही से शेर-गोई से दिलचस्पी रही और तमन्ना इ’मादी के शागिर्द हुए। उर्दू की ख़िदमत अंजाम देने के लिए ढाका में तमन्ना इ’मादी के ज़ेर-ए-सदारत बज़्म-ए-तलामीज़ुर्रहमान क़ाएम की।