Font by Mehr Nastaliq Web
Sufinama
noImage

आशिक़ हैदराबादी

हैदराबाद, भारत

आशिक़ हैदराबादी

वीडियो 12

This video is playing from YouTube

वीडियो का सेक्शन
अन्य वीडियो
अपने में दिखाता है जो अल्लाह का जल्वा अजमेर का ख़्वाजा

अज्ञात

आता है दिल में बुत की परस्तिश किया करूँ

अज्ञात

का'बे में बस गया है सनम किस के वास्ते

अज्ञात

ख़ुदा-वंद-ए-मुतलक़ हमारा 'अली है

अज्ञात

ख़ाना-ए-दिल में ख़ुदा था मुझे मा'लूम न था

अज्ञात

ज़ात-ए-रब्ब-ए-ज़ुल-मेनन ख़्वाजा मुई'नुद्दीं हुसन

अज्ञात

नाम अब जिस का ख़्वाजा है

अज्ञात

मैं सुन कर मस्त हूँ नग़्मा किसी का

अज्ञात

मज़हर-ए-ज़ात-ए-ख़ुदा है अपना ख़्वाजा बादशाह

अज्ञात

सनम के जिस्म में आ कर नफ़्स का तार कहते हैं

अज्ञात

सरापा है ये अल्लाह का ज़रा देखो मोहम्मद को

अज्ञात

हम अपने सिवा ग़ैर को सज्दा नहीं करते

अज्ञात

"हैदराबाद" के और शायर

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

Get Tickets
बोलिए