Font by Mehr Nastaliq Web
Sufinama
noImage

नज्म काकवी

1919 | कराची, पाकिस्तान

उर्दू और अंग्रेज़ी ज़बान के अदीब-ओ-शाइ’र और कराची यूनीवर्सिटी के रजिस्ट्रार

उर्दू और अंग्रेज़ी ज़बान के अदीब-ओ-शाइ’र और कराची यूनीवर्सिटी के रजिस्ट्रार

नज्म काकवी की ग़ज़लें

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

Get Tickets
बोलिए