Sufinama
Rajjab's Photo'

रज्जब

1557 | सांगनेर, भारत

रज्जब

साखी 6

कोयल अंडे काक गृह, सुत निपजे पर सेव

त्यों रज्जब शिष भाव को, प्रति पाले गुरू देव ।।

  • शेयर कीजिए

'रज्जब' राम रहम कर अक्षर लिखे भाल

ताथें सद्गुरू ना मिलया गुरू शिष रहे कंगाल

  • शेयर कीजिए

अथ जतन का अंग - जन 'रज्जब' राखे बिना नाम राख्या जाय

जैसे दीपक जतन बिन विसवाबीस बुझाय

  • शेयर कीजिए

सांई लग सेवा रची टरया अपनी टेक

दादू सम नहिं दूसरा दीरध दास सु एक

  • शेयर कीजिए

तन मन धक्का देत है पुनि धक्का पंच भूत

'रज्जब' इन में ठाहरै सो आतम अबधूत

  • शेयर कीजिए

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi

GET YOUR PASS
बोलिए