संपूर्ण
ग़ज़ल22
ग़ज़ल22
शे'र3
शे'र3
परिचय
कलाम7
कलाम7
फ़ारसी कलाम2
फ़ारसी कलाम2
फ़ारसी सूफ़ी काव्य2
फ़ारसी सूफ़ी काव्य2
रूबाई23
रूबाई23
ना'त-ओ-मनक़बत4
ना'त-ओ-मनक़बत4
मुख़म्मस2
मुख़म्मस2
शाह मोहसिन दानापुरी के ना'त-ओ-मनक़बत
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere