सूफ़ी के सूफ़ी लेख
हज़रत शाह-ए-दौला साहब-मोहम्मदुद्दीन फ़ौक़
शाह सय्यदा साहब: जिस ज़माना का हम ज़िक्र करते हैं ये वो ज़माना है जब कि ग्यारहवीं सदी हिज्री अपनी उ’म्र का चौथाई हिस्सा तय कर रही थी।नूरुद्दीन जहाँगीर शंहशाह-ए-हिन्दुस्तान अपनी पुर-अम्न और पुर-शौकत सल्तनत से ख़ल्क़ुल्लाह को फैज़ पहुंचा रहा था।सियालकोट