दर्द काकोरवी का परिचय
मुकर्रम अहमद मीर नज़र अ’ली दर्द काकोरी इटावा में 1891 ई’स्वी में पैदा हुए। उनके वालिद हकीम हबीब अ’ली हबीब काकोरी मा’रूफ़ शाइ’र और मुसन्निफ़ गुज़रे हैं। दर्द काकोरी ने अपने बड़े भाई हकीम वसी अ’ली काकोरी से इब्तिदाई ता’लीम ली और फिर अपने दूसरे भाई रज़ी अ’ली अफ़गर के पास रामपुर चले गए। उन्हीं की सोहबत से अदबी और शे’री ज़ौक़ परवावान चढ़ा और तक़रीबन 35 साल वहीं मुक़ीम रहे। दर्द काकोरी का पूरा घराना इ’ल्म-ओ-अदब और शे’र-ओ-सुख़न से वाबस्ता था। इसलिए दर्द की भी कम-सिनी ही से इस फ़न में दिलचस्पी थी । उनके कलाम और मज़ामीन रसाइल-ओ-जराइद में भी छपा करते थे। दर्द काकोरी को अ’रबी, फ़ारसी और उर्दू तीनों ज़बानों पर उ’बूर था। नस्र-ओ-नज़्म दोनों पर यकसाँ क़ुदरत रखते थे। आख़िरी उ’म्र में काकोरी से कराची चले गए थे और वहीं 1972 ई’स्वी में इस दुनिया को ख़ैरबाद कहा। तद्फ़ीन कराची में हुई।