join rekhta family!
نرگن نرمل نام ہے اوگت نام ابنچ
نام رتے سو دھنپتی اور سکل پر پنچ
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
پنچھی اڑے آکاس کوں کت کوں کنہا گون
یہ من ایسے جات ہے جیسے بدبد پون
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
اس ماٹی کے محل میں ناتر کیجئے مود
راؤ رنک سب چلیں گے آپے کوں لے سودھ
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
صاحب صاحب کیا کرے صاحب تیرے پاس
سہس اکیسوں سودھی لے الٹ اپوٹھا سوانس
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
پھونک پھانک فارغ کیا کہیں نہ پایا کھوج
چیت سکئے تو چیتیے یہ مایہ کے چوج
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
لے کا لاہا لیجیے لے کی بھر لے بھار
لے کی بنیجی کیجیے لے کا ساہوکار
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
نام ابھے پد نرملا اٹل انوپم ایک
یہ سودا ست کیجیے بنیجی بنج الیکھ
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
दया धर्म दो मुकट हैं बुध्दि बिबेक बिचार ।
हर दम हाजिर हूजिये सौदा त्यारंत्यार ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
चेत सकै तो चेतिये कूकै संत सुमेर ।
चौरासी कूँ जात है फेर सकै तो फेर ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
गलताना गैबी चला माटी पिंडय जोख ।
आया सो पाया नहीं अन आये कूँ रोक ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
नंगा आया जगत में नंगा ही तू जाय ।
बिच कर ख्वाबी ख्याल है मन माया भरमाय ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
रतन खजाना नाम है माल अजोख अपार ।
यह सौदा सत कीजिये दुगुने तिगुने चार ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
भगति गरीबी बन्दगी संतों सेतीं हेत ।
जिन्ह के निःचल बास है आसन दीजे सेत ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
झिल-मिल दीपक तेज कै दसों दिसा दरहाल ।
सतगुरू की सेवा करै पावै मुक्ता माल ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
धन संचै तो संत का और न तेरे काम ।
अठसठ तीरथ जो करे नाहीं संत समान ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
जा घट भग्ति बिलास है ता घट हीरा नाम ।
जो राजा पृथ्वी-पती का घर मुख्ते दाम ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
नैना निरमल नूर के बैना बानी सार ।
आरत अंजन कीजिये डारो सिर से भार ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
जाते कूँ नर जान दे रहते कूँ ले राख ।
सत्त सब्द उर ध्यान घर मुख सूँ कूड़ न भाख ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
रतन रसायन नाम है मुक्ता महल मजीत ।
अंधे कूँ सूझै नहीं आगे जलै अँगीठ ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
ऐसे लाहा लीजिये संत समागम सेव ।
सतगुरू साहब एक है तीनों अलख अभेव ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
अंत समय को बात सुन तेरा संगी कौन ।
माटी में माटी मिलै पवनहिं मिलिहैं पौन ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
ये बादर सब धुंध के मन माया चितराम ।
दीखै सो रहता नहीं सप्तपुरी सब धाम ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
नाम बिना निबहै नहीं करनी करिहै कोट ।
संतों की संगत तजी बिष की बाँधी पोट ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
यह मन मंजन कीजिये रे नर बारंबार ।
साईं से कर दोसती बिसर जाय संसार ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
कुटिल बचन कूँ छाँड़ि दे मान मनी कूँ मार ।
सतगुरू हेला देत जनि डूबै काली धार ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
जनम जनम को मैल है जनम जनम की घात ।
जड़ नर तोहि सूझै नहीं ले चला चोर बिरात ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
चित के अंदर चाँदना कोटि सूर ससि भान ।
दिल के अंदर देहरा काहे पूज पखान ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
निरबानी के नाम से हिल मिल रहना हंस ।
उर में करिये आरती कधी न बूड़ै बंस ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
रंचक नाम सँभारिये परपंची कूँ खोय ।
अंत समय आनंद है अटल भगति देउँ तोय ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
मन माया की डुगडुगी बाजत है मिरदंग ।
चेत सकै तो चेतिये जाना तुझे निहंग ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
मात हिता सुत बंधवा देखे कुल के लोग ।
रे नर देखत फूँकिये करते हैं सब सोग ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
गगन मँडल में रम रहा तेरा संगी सोय ।
बाहर भरमे हानि है अंतर दीपक जोय ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
यह संजम सैलान कर यह मन यह बैराग ।
बन बसती कितही रहौ लगे बिरह का दाग ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی
महल मँडेरी नीम सब चलै कौन के साथ ।
कागा रौला हो रहा कछू न लागा हाथ ।।
-
شیئر کیجیے
- رائے زنی