संपूर्ण
ग़ज़ल33
शे'र1
सूफ़ी लेख6
वीडियो418
कलाम258
दकनी सूफ़ी काव्य1
फ़ारसी कलाम29
फ़ारसी सूफ़ी काव्य2
राग आधारित पद17
रूबाई22
दोहरा1
भजन5
बैत35
ना'त-ओ-मनक़बत271
क़िता'2
चादर3
सेहरा1
सलाम20
होली4
ग़ुस्ल1
मुख़म्मस13
संदल1
गीत9
क़ौल1
सूफ़ी प्रतीक72
अज्ञात के दकनी सूफ़ी काव्य
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere