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अमीर ख़ुसरौ

1253 - 1325 | दिल्ली, भारत

ख़्वाजा निज़ामुद्दीन औलिया के चहेते मुरीद और फ़ारसी-ओ-उर्दू के पसंदीदा सूफ़ी शाइ’र, माहिर-ए-मौसीक़ी, उन्हें तूती-ए-हिंद भी कहा जाता है

ख़्वाजा निज़ामुद्दीन औलिया के चहेते मुरीद और फ़ारसी-ओ-उर्दू के पसंदीदा सूफ़ी शाइ’र, माहिर-ए-मौसीक़ी, उन्हें तूती-ए-हिंद भी कहा जाता है

अमीर ख़ुसरौ

फ़ारसी कलाम 22

कलाम 23

फ़ारसी सूफ़ी काव्य 55

रंग 1

 

बसंत 1

 

शे'र 9

दो सुखना 29

पुस्तकें 64

वीडियो 197

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आज रंग है ऐ महा-रंग है री

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आज रंग है ऐ महा-रंग है री

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आज रंग है ऐ महा-रंग है री

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आज रंग है ऐ महा-रंग है री

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चश्म-ए-मस्ते अजबे ज़ुल्फ़-ए-दराज़े अजबे

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फरीद अयाज़

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मन कुंतो मौला फ़-हाज़ा अलीयुन मौला

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मन कुंतो मौला फ़-हाज़ा अलीयुन मौला

अमजद बल्तिस्तानी

मोरे पिया घर आए

नि़ज़ामी ब्रॉदर्स

मोरे पिया घर आए

फरीद अयाज़

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मोहे अपने ही रंग में रंग दे रंगीले

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मोहे अपने ही रंग में रंग दे रंगीले

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मोहे अपने ही रंग में रंग दे रंगीले

नुसरत फ़तेह अली ख़ान

मोहे अपने ही रंग में रंग दे रंगीले

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मोहे अपने ही रंग में रंग दे रंगीले

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